श्री मारुति शंकर बल जी ने बताया है गुरुबार् सुबह करीब 9 बजे भिलाई सेक्टर 8 इंक्वारी ऑफिस के सामने एक छोटा सा बंदर को कुत्तो के झुंड ने नोच कर उसकी अंतड़ी निकाल दिये थे.
जैसे ही मेरी नजर पडी तो देखा बिचारा तड़प रहा था. तुरंत सेक्टर 3 गौशाला के खेम भाई से संपर्क किया. ख़ेम भाई ने चरोदा के रेस्कु करने वाले जानवर प्रेमी संस्था से संपर्क कर साथ लेके आये और बंदर को अपनी गाड़ी से लेकर गए. सुचना पाकर Police helpline gadi 112 मे वीरेंद्र साहू जी भी पहुंच गए थे. दोपहर को जब बंदर की जानकारी लिया तो पता चला की उसकी रिड की हड्डि भी टूट गयी थी. कुल मिलाकर आपरेशन सफल रहा. अभी वो सोया हुआ है. खबर सुन के बहुत प्रसन्नता हुई.
बेबी मंकी के रेस्कु से लेकर सभी कार्य में मारुति शंकर बल, खेम भाई और जानवर प्रेमी संस्था चरोदा के भाई का योगदान सराहनीय रहा है