*आपसी रंजिश में पत्रकार ताम्रकार एवं उनके परिवार को पड़ोसी शैलेश दीक्षित, फायर ब्रिगेड विभाग (बीएसपी) एवं उसकी पत्नी शालिनी*दीक्षित द्वारा कीटनाशक उनके घर के आगे और पीछे ज्यादा मात्रा में डालकर मारने की कोशिश सामने आई,**पहले तो पीड़ित पक्ष ने मामले को नॉर्मल समझा एवं सांप से बचाव के लिए कीटनाशक फोरेट का उपयोग करना समझा, मामला तब समझ में आया जब रात के समय भी पूरे घर के पीछे ज्यादा मात्रा में शैलेश दिक्षित एवं उनकी पत्नी द्वारा फॉरेट डाला पहले तो पुलिस विभाग में तत्काल 112 में डायल करके शिवराज टाइम्स के चीफ एडिटर शिवराज ताम्रकार ने फोन करके पुलिस कर्मी को बुलाया जिस पर पुलिस कर्मियों द्वारा कीटनाशक का उपयोग करने से रोका एवं पीड़ित पक्ष को थाने जाकर लिखित शिकायत करने बोला इस कीटनाशक के छिड़काव से ताम्रकार परिवार में उल्टी और चक्कर का दौर शुरू हो गया तभी वहां से सपरिवार अन्य जगह दो दिन बाहर बिताया। मामला पुलिस थाने में जाने के बाद कृषि विभाग जाने की सलाह दी गई कृषि विभाग से जांच कर्ता अधिकारी गणों की टीम आज* *दिनांक 9/9/25 को जांच हेतु सेक्टर 4 घटनास्थल पहुंचे जहां पर आरोपी पक्षों ने फोरेट डालने की बात स्वीकार की परंतु कहां से खरीदा यह नहीं बताया जांच अधिकारियों ने आरोपी गणों द्वारा जितना कहा गया उतना बयान दर्ज कर लिया एवं प्रार्थी पक्ष का भी बयान दर्ज किया गया। शैलेश दिक्षित द्वारा कीटनाशक फोरेट का प्रयोग लगातार किया जाता रहा है जिसका शिवराज ताम्रकार ने वीडियो बनाकर साक्षी के रूप में कृषि विभाग के अधिकारियों को* *व्हाट्सएप के माध्यम से सौपा है जांच करता अधिकारियों के आने के बाद शैलेश दिक्षित एवं उसकी पत्नी शालिनी* *दीक्षित द्वारा पीड़ित पक्षों को खुलेआम धमकी दी गई कि मैं जो करूंगा वह दुनिया देखेगी मैं इन्हें यहां रहने नहीं दूंगा । पहले भी दीक्षित परिवार के साथ सड़क के लोगों से आए दिन झगड़ा होते रहता है जिस पर पुलिस थाने* *तक जाने की भी नौबत आ चुकी है और उनके सामने कोई भी इनके* *खिलाफ बयान देने की हिम्मत नहीं करता है**पीड़ित पत्रकार द्वारा कलेक्टर महोदय के पास आरोपी की शिकायत दर्ज कराई गई तब जाकर कृषि विभाग मामले को संज्ञान में लेकर करवाई हेतु आए।* कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा बताया गया है कि फोरेट कीटनाशक प्रतिबंधित है इसे बेचने वाले पर कानूनी कार्यवाही का प्रावधान है
