*नवरात्रि का पर्व , खुर्सीपार में ‘शराब भट्टी’ के खिलाफ मातृशक्ति का महासंग्राम जारी: आम आदमी पार्टी के लोकसभा उपाध्यक्ष जसप्रीत सिंह के नेतृत्व में प्रदर्शन!* *जब कई महिलाएं हैं उपवास पर, तब सरकार को आया दारू भट्टी खोलने का विचार!* दुर्ग/भिलाई, 28/09/2025भिलाई के खुर्सीपार, एससी वार्ड 51 शिवाजी नगर के नागरिकों ने, जहां सतनामी समाज के लोग बड़ी संख्या में निवास करते हैं, बस्ती के बीच में नई शराब दुकान (दारु भट्टी) खोलने के सरकारी फैसले के खिलाफ आज भी अपना शांतिपूर्ण लेकिन दृढ़ विरोध प्रदर्शन जारी रखा।यह संघर्ष नवरात्रि के पावन पर्व पर मातृशक्ति के नेतृत्व में हो रहा है।

मोहल्ले की कई महिलाएँ इस दौरान उपवास (व्रत) पर हैं, इसके बावजूद वे अपने घर-परिवार और क्षेत्र को नशे के अभिशाप से बचाने के लिए सड़क पर उतरने को मजबूर हैं।प्रदर्शनकारियों ने बीजेपी सरकार के इस कदम पर तीव्र रोष व्यक्त करते हुए कहा कि, “एक ओर सरकार धार्मिक भावनाओं का सम्मान करने की बात करती है, वहीं दूसरी ओर उसे पवित्र नवरात्रि के समय ही रिहायशी इलाके में दारू भट्टी खोलने का विचार कैसे आया? यह फैसला हमारी आस्था का अपमान है।” *जनप्रतिनिधि लापता, जनता सड़क पर* आश्चर्य की बात यह है कि इस गंभीर जन-आंदोलन के चौथे दिन भी, क्षेत्र के पूर्व भाजपा विधायक और वर्तमान कांग्रेस विधायक दोनों ही जनता के बीच से लापता हैं। जनप्रतिनिधियों की यह उदासीनता और जनता से दूरी सरकारी मंशा पर सवाल खड़े करती है। *आम आदमी पार्टी और संगठनों का एकजुट संघर्ष* यह प्रदर्शन आम आदमी पार्टी (आप) के लोकसभा उपाध्यक्ष जसप्रीत सिंह के नेतृत्व में किया जा रहा है, जिसे सीटू (CITU) और कई अन्य सामाजिक संगठनों का सक्रिय समर्थन प्राप्त हो रहा है ।मोहल्ले के निवासी सुबह 7 बजे से रात 11 बजे तक धरने पर डटे रहते हैं। उनका स्पष्ट संदेश है: “जिस जगह माता-बहनें निवास करती हैं और हमारे बच्चे पढ़ते हैं, वहाँ किसी भी कीमत पर शराब दुकान नहीं खुलने दी जाएगी।”विरोध कर रहे निवासियों ने राज्य सरकार और जिला प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप करने और बस्ती के बीच में शराब दुकान खोलने का निर्णय तुरंत रद्द करने की मांग की है। *मांगें* :खुर्सीपार, एससी वार्ड में नई शराब दुकान खोलने का फैसला तत्काल वापस लिया जाए।नवरात्रि के दौरान दारू भट्टी खोलने के फैसले के लिए सरकार सार्वजनिक रूप से माफी मांगे।क्षेत्र के जनप्रतिनिधि अपनी चुप्पी तोड़ें और जनता के पक्ष में खड़े हों।सतनामी समाज बहुल इस क्षेत्र की शांति और सामाजिक सौहार्द को बिगड़ने से बचाया जाए।अगर जल्द ही जनता की मांगें नहीं मानी गईं, तो यह प्रदर्शन उग्र रूप ले सकता है, जिसकी पूरी जिम्मेदारी जिला प्रशासन और राज्य सरकार की होगी। प्रदर्शन में अमजद अली, तिलक , धर्मेंद्र चौधरी , बलविंदर सिंह सीटू कई का साथी उपस्थित है
