गुंडीचा मंडप सेक्टर 10 में महाप्रभु के दर्शन करने पहुंच रहे हैं श्रद्धालुगगण गुंडिचा माता राजा इंद्रद्युम्न की पत्नी हैं, जो ओडिशा के पुरी में प्रसिद्ध जगन्नाथ मंदिर के संस्थापक है.



यह मंदिर भगवान जगन्नाथ, भगवान विष्णु के अवतार, उनके भाई-बहनों, बलभद्र (बलराम) और सुभद्रा को समर्पित है. उनके नाम पर बना गुंडिचा मंदिर इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह वार्षिक रथ यात्रा (रथ उत्सव) का गंतव्य हैचमत्कार के लिए दुनिया भर में प्रसिद्धभगवान जगन्नाथ का पुरी मंदिर अपने चमत्कार के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है। कहा जाता है कि मंदिर के ऊपर से कोई पक्षी या हवाई जहाज नहीं उड़ता है। इसके अलावा जिस दिशा में हवा चलती है, पुरी मंदिर पर लगा झंडा उस दिशा के ठीक उल्टा फहरता है। कहा जाता है कि गरुड़ पक्षी, जिन्हें पक्षियों का राजा माना गया है वह खुद भगवान की देखरेख करते हैं। ऐसे में अन्य पक्षी मंदिर के ऊपर से नहीं गुजरते। पुरी मंदिर में तैयार किया जाने वाला प्रसाद एक प्रतिशत भी कभी व्यर्थ या बर्बाद नहीं जाता है


प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी जगन्नाथ महाप्रभु की रथ यात्रा सेक्टर 4 मंदिर से सेक्टर 10 रथ यात्रा करते हुए गुंडिचा मंडप में महाप्रभु पधारे हैं यहां पर विभिन्न प्रकार के स्टॉल मेला के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हो रहे हैं बहुत भारी संख्या में टाउनशिप के श्रद्धालु जन् महाप्रभु के दर्शन करने पहुंच रहे हैं