*यूथ हॉस्टल्स एसोसिएशन ऑफ इण्डिया भिलाई इकाई द्वारा एक दिवसीय प्लेटिनम जुबली बाइक एडवेंचर ट्रैकिंग का 22.09.2024 को सफल आयोजन किया गया।*
इस आयोजन में दुर्ग भिलाई , रायपुर , राजनांदगाँव , खैरागढ़ , छुईखदान एवं जगदलपुर के सदस्यों ने हिस्सा लिया । खैरागढ़ छुईखदान गण्डई जिले में आयोजित इस बाइक एडवेंचर ट्रैकिंग में सदस्यों ने डोंगेश्वर महादेव चोरड़ाधाम जंगलपुर , ठाढ़पानी वॉटर फॉल सरईपतेरा साल्हेवारा एवं बेतालरानी घाटी छुईखदान के प्राकृतिक सौन्दर्य का आनन्द लिया ।आयोजन के विषय में विस्तृत जानकारी देते हुए यूथ हॉस्टल्स भिलाई के प्रेसिडेंट ऋषिकान्त तिवारी ने बताया कि सभी आयु वर्ग के 75 से अधिक स्त्री पुरुष सदस्यों ने इसमें हिस्सा लिया । यह ट्रैकिंग जीरो प्वाइंट दुर्ग भिलाई से कुल आना जाना 270 किमी पड़ा । इस ट्रैकिंग में 85 वर्षीय वरिष्ठतम सदस्य पी. के. द्विवेदी के अनवरत उत्साह से बाकी सभी प्रतिभागी ऊर्जावान होते रहे । नर्मदा चौक से साल्हेवारा ठाढ़पानी और वापसी बेतालरानी घाटी तक जंगलों के बीच का सफर काफी रोमांचक रहा ।भिलाई इकाई के चेयरमेन के. सुब्रमण्यम ने बताया कि यह वर्ष राष्ट्रीय स्तर पर संस्था के गठन का प्लेटिनम जुबली है।
इसी के परिप्रेक्ष्य में हमने 75 बाइकर्स का ध्येय रखकर बाइक एडवेंचर ट्रैकिंग का आयोजन किया। सदस्य डोंगेश्वर महादेव चोरड़ाधाम का प्राकृतिक सौन्दर्य देखकर मंत्रमुग्ध हो गये। सदस्यों के लिए वहाँ का मनमोहक वातावरण और छवि अत्यन्त रमणीय रहा। सदस्यों ने वहाँ झरने का भी जी भरकर आनन्द लिया।राजनांदगाँव इकाई के संयोजक मिनेश मिश्रा ने बताया कि पूरे ट्रैकिंग का खास आकर्षण ठाढ़पानी वॉटर फॉल सरईपतेरा साल्हेवारा रहा। यह लघु तीरथगढ़ जलप्रपात के नाम से भी जाना जाता है। सरईपतेरा से जलप्रपात तक का चार किमी जंगल का मार्ग खतरनाक जोखिम भरा और दुर्गम है जिसे सभी सदस्यों ने पारस्परिक सहयोग से पूर्ण किया। तीन जगहों पर बरसाती नाले से बाईक पार कराने के लिए सदस्यों को काफी मशक्कत करना पड़ा। लगभग सौ मीटर की ऊँचाई से गिरते जलप्रपात में सदस्य नहाने से अपने आप को रोक नहीं पाये। लगभग सभी सदस्यों ने ठाढ़पानी के विहंगम दृश्य और यौवन सम्पन्न झरने का अकथनीय आनन्द उठाया।भिलाई इकाई के सचिव सुबोध देवाँगन के अनुसार आयोजन का अन्तिम पड़ाव बेतालरानी घाटी का सौन्दर्यावलोकन था। सत्रह हेयर पिन मोड़ वाली यह नयनाभिराम घाटी देखकर ट्रैकर्स गदगद हो गये। यह घाटी दिन में भी और रात में भी दोनों ही समय अपनी मनमोहक छटा से आकर्षित करती है। इस आयोजन में अनेक नये सदस्य पहली बार शामिल हुए थे जो अत्यन्त प्रसन्न हुए। वे यूथ हॉस्टल्स के आयोजन से मंत्रमुग्ध हो गये। आयोजन की योजना और रूपरेखा को सफल बनाने में मुख्य सूत्रधार के. सुब्रमण्यम , ऋषिकांत तिवारी , मिनेश मिश्रा , सुबोध देवाँगन और राजेश मिश्रा का विशेष योगदान रहा। उनकी चाक चौकस प्रबंधन से प्रतिभागियों को घर से बाहर समय पर सुबह शाम गरमागरम चाय नाश्ता और स्वादिष्ट भोजन की व्यवस्था रही। ठाढ़पानी में स्थानीय मार्गदर्शक शिव वर्मा और रामगोपाल जंघेल की विशेष भूमिका रही।इस आयोजन में मुख्य रूप से हरदेव सिंह गिल , मंजीत कौर गिल , डॉ. कमल साहू , ममता साहू , संजय साहू , सुलेखा साहू , कमलेश वर्मा , अमिता वर्मा , हरिशरणजीत कौर , बलबीर कौर , किशोर छबलानी , करणसिंह पानेसर , सुखजीत सिंह पानेसर , लिगेश्वर वर्मा , अजय अग्रवाल , विनीत अग्रवाल , आदर्श अग्रवाल , संजय द्विवेदी , पी. के. द्विवेदी , अंश महाजन , संजय दवे , संजय महाजन , रूपेश साहू , पवन सिन्हा , तोरणलाल साहू , सोमन साहू , रश्मि ठाकुर , सीमा बेग , एन. के. सिंह , सतानन्द तिवारी , मोहम्मद अलमास , संतोष गुप्ता , संतोष गायकवाड़ , विजय कपिल , मनोज कुमार , सुमित हिरवानी , प्रकाश ठाकरे , ईश्वर सिंह ठाकुर , पिंटू साव , अनिल काटोच , रामशरण सिंह , अनिल अवस्थी , अविनाश तिवारी , अभय तिवारी , दयाशंकर पाल सहित अन्य सदस्यों की सराहनीय भूमिका रही।