*डोंगरगढ़ में माँ बमलेश्वरी देवी के दर्शन के लिए नंगे पांव जा रहे श्रद्धालुओं के लिए मनोज राजपूत ने शुरू किया नवरात्रि भक्त सेवा शिविर*.
नवरात्रि के पावन अवसर पर श्रद्धालुओं की सेवा के लिए मनोज राजपूत ने प्रीटी ढाबा के सामने NH-6 अंजोरा, दुर्ग के पास एक विशेष नवरात्रि भक्त सेवा मंडप का आयोजन किया है। यह शिविर उन भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण सहायता केंद्र है, जो नंगे पांव डोंगरगढ़ की पहाड़ी पर स्थित शक्तिरूपा मां बमलेश्वरी देवी के दर्शन के लिए जा रहे हैं। भिलाई, रायपुर, बेमेतरा, सिमगा और महासमुंद जैसे विभिन्न स्थानों से आ रहे हजारों श्रद्धालु इस सेवा का लाभ उठा रहे हैं, जो मंदिर की ओर बढ़ रहे हैं।दैनिक 1500 से अधिक श्रद्धालुओं की सेवामनोज राजपूत ने श्रद्धालुओं की सेवा करने में अपना सौभाग्य बताया और कहा, ” *मातारानी आप सभी की मनोकामना पूर्ण करें!* ” उनकी 30 कर्मचारियों की समर्पित टीम प्रतिदिन 1500 से अधिक श्रद्धालुओं को महत्वपूर्ण सेवाएँ प्रदान कर रही है। इस सेवा शिविर में भक्तों की सुविधा और स्वास्थ्य के लिए निम्नलिखित व्यवस्थाएं की गई हैं:- कूलर एवं मोबाइल चार्जिंग पॉइंट व्यवस्था: श्रद्धालुओं को ठंडक और आराम प्रदान करने के लिए। – नि:शुल्क नाश्ता: बिस्किट, फल और अन्य हल्के नाश्ते उपलब्ध हैं।- नि:शुल्क भोजन सेवा: सुबह 4 बजे से 11 बजे तक पोहा नास्ते में वितरित किया जा रहा है, और बाकी समय भोजन की व्यवस्था है।- 24×7 चाय और पानी: लगातार जलपान के लिए।- फर्स्ट एड और चिकित्सा सेवाएं: फर्स्ट एड किट के साथ डॉक्टर और चिकित्सा कर्मचारी हर समय उपलब्ध हैं।- एंबुलेंस सेवा: आपातकालीन स्थितियों में उपयोग के लिए।- महिलाओं के लिए विशेष व्यवस्था: महिलाओं के आराम और सुरक्षा के लिए अलग से व्यवस्था की गई है।- 150 से 200 श्रद्धालुओं के लिए सोने की व्यवस्था।अखंड भक्ति का माहौलशिविर में मां बमलेश्वरी देवी के भजन और मंत्रों की गूंज से संपूर्ण वातावरण भक्तिमय बना रहता है।मनोज राजपूत ने अपनी प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा, “मुझे माँ बमलेश्वरी देवी के नाम पर श्रद्धालुओं की सेवा करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है और मुझे आशा है कि इस पावन पर्व में सभी की मनोकामनाएं पूर्ण होंगी।”इस सेवा शिविर में उत्तम शौचालय सुविधाओं सहित व्यापक सेवाएं प्रदान की जा रही हैं, जिससे यह मंदिर के रास्ते में यात्रा कर रहे श्रद्धालुओं के लिए एक महत्वपूर्ण विश्राम स्थल बन गया है।