दुर्ग जिले के तत्कालीन जामुल थाना प्रभारी कपिल देव पांडे के साथ अन्य पुलिस अधिकारियों की छवि धूमिल करने का प्रयास, सटोरियों के संग संबंध होने का लगा था आरोप, धर्मेंद्र जायसवाल ने किया प्रेसवार्ता करके खंडन
झूठी शिकायत पर बुला लिए गए पुलिस हैडक्वाटर

प्रेसवार्ता
मैं धर्मेन्द्र जायसवाल जो कि व्यवसाय करता हूं मेरे हमनाम के संबंध में 2 समाचार पत्रों में समाचार प्रकाशित होते रहे किंतु मैं यह सोचकर की उपरोक्त कृत्य में मेरा दूर-दूर तक कोई भी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष संबंध नहीं है, वह कोई अन्य होगा उस तथ्य पर मैंने ध्यान नहीं दिया किंतु बाद में मुझे समझ में आया कि वे दो समाचार पत्र मुझे ही टारगेट कर रहे हैं, उसका कारण भी हैं कि उपरोक्त समाचार के प्रतिनिधि व सोशल मिडिया में यूटूब चलाने वाले मुझसे विज्ञापन की मांग कर रहे थे, मैंने कहा था कि सीजन आने पर विज्ञापन दूंगा संभवतः इसी बात से मुझ पर दबाब बनाने के लिये मेरे हमनाम धर्मेन्द्र जायसवाल के रूप में मुझे ही समाचार पत्रों के माध्यम से इंगित किया जाता रहा ।
उपरोक्त समाचार पत्रों ने हद तो उस समय पार कर दी, जब मेरे जन्मदिन के समारोह में दुर्ग भिलाई के गढमान्य जन नेता पत्रकार पुलिस अधिकारी सभी उपस्थित थे, तब बिना किसी ठोस साक्ष्य व आधार पर समारोह के फोटोग्राफस को समाचार पत्र में अधिकारियों के साथ मुझे सटोरिया महादेव एप्प से संबंधित होना बताया तथा मेरे विरुद्ध अपराध कमांक 140/22 जो 140/22 जो कि थाना जामुल में दर्ज 03 वर्ष पूर्व होना बताकर समाचार बनाये गये जिसकी मुझे 03 वर्षों से जानकारी नहीं हैं, और उन्होंने 03 माह में ही यह सिद्ध कर दिया कि वो नाम मेरा ही हैं किस आधार पर किस तथ्य पर कि अपराध कमांक 140/22 में जो धर्मेन्द्र जायसवाल है, वह में ही हूं, जबकि वह कोई
और ही हैं, इससे मेरी प्रतिष्ठा व छबि को खराब करने के लिये आधारहीन तरीके व पत्रकारिता के मापदंडों के विपरीत वास्तविक जानकारी प्राप्त किये बिना उक्त मामले के धर्मेन्द्र जायसवाल को मुझे ही बताकर मेरे फोटो जो कि जन्मदिन की पार्टी के दौरान बहुत से लोगों के थे, साजिश के तहत् पुलिस अधिकारियों के उपर भी आधारहीन तरीके से आरोप लगा प्रकाशित किये गये जबकि जो आरोप से संबोधित कर मुझे व अधिकारियों को संबोधित किया गया मुझे व उन अधिकारियों को भी जानकारी नहीं होगी जैसे मुझे नहीं हैं, कि मैं महादेव एप्प का सटोरिया हूं, जैसे ही मुझे उक्त संबंध में जानकारी मिली कि मेरे विरूद्ध षणयंत्र पूर्वक तथाकथित रूप से पूर्व में विनोद सिंह निवासी श्री राम हाईटस कैलाश नगर भिलाई का गुमनाम पत्र जो कि एस पी दुर्ग, आई जी दुर्ग, प्रेस क्लब भिलाई, के नाम से लेख किया गया किंतु उपरोक्त जो पता दर्शित किया गया था। उस पते पर विनोद सिंह नाम का व्यक्ति रहता ही नहीं हैं, मुझे इस बात की पूर्ण अशंका हैं कि उपरोक्त गुमनाम पत्र भी एक षणयंत्र का हिस्सा था, जो इन्हीं कथित आरोपों जो कि वास्तविक नहीं हैं पर आधारित था कि यह षणयंत्र मुझे भयभीत करने व उगाही करने के उदेश्य से किया गया था, वह गुमनाम पत्र भी मुझे अन्य के द्वारा मिला मेरे विरूद्ध षणयंत्र व अपने आर्थिक मनसूबो को पूर्ण न कर पाने की वजह से सफलता न मिलने पर मेरे विरूद्ध समाचार पत्र में मुझे सटोरिया बता मेरी छबि को खराब किया गया हैं। (जो संलग्न हैं) इस गुमनाम पत्र पर जिसमें संबंधित प्रेस को भी प्रेषित किया गया था के संबंध में उपरोक्त दोनों समाचार पत्रों द्वारा किसी भी प्रकार का कोई भी लेख नहीं लिखा गया जबकि यहजानकारी लिखित रूप में उन लोगों को भी प्राप्त हुई होगी। जो अपने आप में आपराधिक षणयंत्र को प्रदर्शित करती हैं।
मुझे महादेव मामले में संलिप्त बताने वाले 2
दैनिक समाचार पत्र हरिभूमि दैनिक भास्कर जिन्होंने मेरा मिडिया ट्रॉयल किया हैं मेरे हमनाम को मुझे बताकर मेरे विरूद्ध दुर्भावना षणयंत्र किया जिसके विरूद्ध में शीघ्र ही वैधानिक कार्यवाही अपने अधिवक्ता के माध्यम से न्यायालय में करूंगा। जबकि वास्तविकता यह हैं कि कब मामला दर्ज हुआ किसने मामला दर्ज कराया हैं कौन कौन आरोपी हैं मैं किसी को भी नहीं जानता हूं और न ही पहचानता हूं, और न ही उस दर्ज मामले में जो धर्मेन्द्र जायसवाल होगा वह भी मुझे नहीं जानता व पहचानता होगा मामले में जांच के दौरान दर्ज धर्मेन्द्र जायसवाल का नाम लेने वाले भी मुझे नहीं पहचानते होगें फिर भी दोनों समाचार पत्र में मेरा पक्ष लिये बिना मनमानी पूर्ण तरीके से जो प्रकाशन किया हैं। वह पत्रकारिता के मापदंडों के विपरीत हैं।
मैंने दिनांक 01.05.2025 को पुलिस अधिक्षक दुर्ग को उपरोक्त दोनों दैनिक समाचार पत्रों में प्रकाशित खबर के आधार पर मुझे सटोरिया बताकर षणयंत्रपूर्वक बदनाम करने के संबंध में शिकायत कर दर्ज अपराध कमांक 140/22 के आरोपी से मेरी पहचान कराने की उपरोक्त धर्मेन्द्र जायसवाल मैं ही हूं जिसके संबंध में भ्रांमक असत्य आधारहीन अखबार के द्वारा खबर प्रकाशित की गई की जांच की मांग की।मैंने शिकायत में यह भी मांग की मेरे विरूद्ध 2 माचार पत्र व पोर्टल के विरूद्ध मेरी प्रतिष्ठा व छबि को खराब करने के षणयंत्र के मामले में उपरोक्त दोनों समाचार पत्रों के विरूद्ध आपराधिक मामले व दीवानी मामले दर्ज करवाने के लिये मेरे दिये गये आवेदन पर शीघ्र जांच की जाए।
स्थान :- दुर्ग
दिनांक :- 07.05.2025
आवेदक
धर्मेन्द्र जायसवाल